अखिल भारतीय कूर्मि क्षत्रिय महासभा उत्तर प्रदेश के संगठन विस्तार व वृहद सदस्यता अभियान

लखनऊ
अखिल भारतीय कूर्मि क्षत्रिय महासभा उत्तर प्रदेश के संगठन विस्तार व वृहद सदस्यता अभियान तथा समाज के लोगों के साथ हो रहे अत्याचार, उत्पीड़न की कार्रवाई पर प्रदेश अध्यक्ष बालकुमार पटेल पूर्व सांसद की अध्यक्षता में बाबू रामाधीन सिंह उत्सव लान डालीगंज लखनऊ में उत्तर प्रदेश के कार्यकर्ताओं की बैठक संपन्न हुई, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सर्वेश कुमार कटियार उपस्थित रहे। बैठक में 62 जिलों के कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में महासभा के राष्ट्रीय सचिव मानसिंह पटेल ने कहा, कि उत्तर प्रदेश जैसे विशाल राज्य में 250 करोड़ आबादी वाले समाज तक महासभा के उद्देश्यों को पहुंचाने के लिए प्रदेश को पांच जोनों में बांटा गया है, उन्होंने कहा की प्रदेश अध्यक्ष बाल कुमार पटेल के नेतृत्व में दिसंबर 2025 तक ब्लॉक स्तर तक संगठन खड़ा कर लिए जाने का प्रस्ताव भी आज पास हो गया है।
उन्होंने कहा कि जिलों की आबादी के अनुपात में 2000 से लेकर 5000 तक क्रियाशील सदस्य बनाए जाएंगे, जिनकी सदस्यता शुल्क रुपया दो सौ होगी।

उन्होंने कहा कि आज की बैठक में प्रथम जॉन के रूहेलखंड के चार मंडल सहारनपुर, मुरादाबाद, मेरठ, बरेली के 18 जिले, द्वितीय जोन मध्य क्षेत्र के तीन मंडल लखनऊ, अयोध्या, प्रयागराज के 15 जिले, तृतीय जोन के पूर्वांचल के 6 मंडल आजमगढ़, बस्ती, देवीपाटन, गोरखपुर, वाराणसी ,मिर्जापुर के 21 जिले, चतुर्थ जोन बुंदेलखंड के 2 मंडल चित्रकूट, झांसी के सात जिले व पांचवा जोन पश्चिमांचल के तीन मंडल कानपुर, अलीगढ़, आगरा के 14 जिलों में विभक्त कर कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है।

प्रदेश अध्यक्ष बाल कुमार पटेल ने अपने संबोधन में कहा कि प्रदेश में एक अध्यक्ष पांच उपाध्यक्ष पांच महासचिव 10 सचिव एक संगठन सचिव एक कार्यालय सचिव सहित 51 सदस्यीय कमेटी होगी, जिसका स्वरूप दिसंबर 2025 तक दिखाई पड़ेगा आज 5 जोनों के पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई।
पूर्व सांसद व प्रदेश अध्यक्ष बालकुमार पटेल ने कहा कि उत्तर प्रदेश में समाज के नवजवानों किसानों तथा कर्मियों पर उत्पीड़नात्मक कार्रवाई, हत्याएं व महापुरुषों पर हो रही अपमानजनक टिप्पणियां थम नहीं रही हैं, जिसे महासभा ने चुनौती के रूप में स्वीकार करते हुए समाज के सम्मान स्वाभिमान की बहाली हेतु अब निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र होगा।

उन्होंने कहा कि, महासभा लोकतांत्रिक तरीके से पहले चरण में ज्ञापन/मेमोरेंडम दूसरे चरण में धरना/प्रदर्शन तथा तीसरे चरण में बड़ी/बड़ी जनसभाओं के माध्यम से बड़े पैमाने पर विरोध दर्ज कराएगा, उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर अब उत्पीड़नाटमक कार्रवाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी, उन्होंने अयोध्या, गोंडा, प्रतापगढ, प्रयागराज, फतेहपुर, वाराणसी, बदायूं की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा, कि इन घटनाओं पर हुई कार्रवाई पर्याप्त नहीं है, इसी प्रकार समाज के कर्मियों की उत्पीड़नामक कार्रवाई समाज के सम्मान स्वाभिमान पर सीधे हमला है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, उन्होंने कहा माननीय विधायक योगेश वर्मा, पी सी एस अंजू कटियार, आई पी एस मनी लाल पाटीदार, समीक्षा अधिकारी अमर सिंह पटेल, प्रोफेसर आमोद कुमार सचान, डॉ. रजनीश गंगवार पर हुई असंवैधानिक कारवाइयां समाज को आंदोलन के रास्ते ले जाने पर मजबूर करती हैं। मुख्य अतिथि के रूप में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सर्वेश कुमार कटियार ने कहा कि समाज को हर क्षेत्र में आनुपातिक प्रतिनिधित्व नहीं मिल रहा है, जो काम छत्रपति शाहूजी महाराज ने 123 वर्ष पूर्व अपने राज्य में देकर लोकतंत्र की स्थापना की थी, उसे आजादी के 77 वर्षों पश्चात भी सरकार देने को तैयार नहीं है, इसमें महासभा की आवाज कारगर साबित हो सकती है, उन्होंने कहा की 32 वर्ष पूर्व लागू मंडल आयोग की सिफरिस मध्य प्रदेश जैसे राज्य में रद्दी की टोकरी में पड़ी है। इससे हमारे समाज के साथ-साथ ओबीसी का कितना नुकसान हो रहा है, जिसकी भरपाई संभव नहीं है।
तमिलनाडु का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वहां ओबीसी को 60% आरक्षण में हमारे समाज को प्रतिनिधित्व मिलना शुरू हो गया था, परंतु वहां पर भी हमारे समाज को एससी एसटी की श्रेणी में जबरन धकेला जा रहा है जिसकी आवाज महासभा लगातार उठा रहा है, ऐसी ही स्थित पूरे देश में है, जिसकी आवाज उत्तर प्रदेश से उठानी जरूरी हो गई है, उन्होंने कहा कि महासभा के 132 वर्षों के शानदार इतिहास में बाबू रामाधीन सिंह, विट्ठल भाई पटेल, राजर्षी छत्रपति शाहूजी महाराज, तुकाराम जी पवार, बैरिस्टर बृजनंदन लाल, डॉक्टर पंजाब राव देशमुख, डॉक्टर खूबचंद बघेल, डड्ढा भाई पटेल, धनीराम वर्मा, महेंद्र सिंह गंगवार, बी सत्यनारायण रेड्डी, संतोष गंगवार, का नाम अंकित है, जिससे महासभा को ऊर्जा मिल रही है।
बैठक को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ई. आर बी सिंह पटेल, राष्ट्रीय सदस्य छोटे लाल पटेल, बृजराज पटेल सहित प्रदेश, मंडल, जिले के पदाधिकारियों ने अपने विचार व्यक्त करते हुए अपने सुझाव के साथ उत्तर प्रदेश में महासभा को मजबूत कर हर क्षेत्र में आनुपातिक प्रतिनिधित्व, सामाजिक कुरीतियों हेतु आवाज उठाई गई।
बैठक का संचालन प्रदेश महासचिव शरद बी पटेल द्वारा किया गया।