
रायपुर । नए साल से पहले राजधानी रायपुर में पुलिस ने बड़े स्तर पर कार्रवाई करते हुए शहर के कई थाना क्षेत्रों में एक साथ छापेमारी की। बैजनाथपारा, मौदहापारा, टिकरापारा, संजय नगर, शंकर नगर, मोवा, पंडरी, तेलीबांधा, कचना, सड्डू, बैरनबाजार और आसपास के इलाकों में की गई इस कार्रवाई से पूरे शहर में हड़कंप मच गया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह अभियान सुरक्षा कारणों और संभावित विदेशी कनेक्शन की जांच के तहत चलाया गया। अब तक बैजनाथपारा और टिकरापारा क्षेत्र से 60 से अधिक संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। वहीं, अलग-अलग इलाकों से 40 से 50 अन्य संदेहियों को भी थाने लाया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार, राजधानी पुलिस को दिल्ली से इनपुट मिले थे, जिसके आधार पर विदेशी नागरिकों, विशेषकर बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों की संभावित मौजूदगी को लेकर यह कार्रवाई की गई। नए साल और 26 जनवरी को देखते हुए सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस ने यह अभियान देर रात और तड़के अंजाम दिया, ताकि किसी तरह की अफरा-तफरी न फैले।
पुलिस और साइबर क्राइम टीम ने कई स्थानों पर एक साथ दबिश देकर मोबाइल फोन, सिम कार्ड और अन्य तकनीकी जानकारियां खंगालीं।
मंगलवार को रायपुर पुलिस ने ‘ऑपरेशन समाधान’ के तहत दूसरे राज्यों से आए एक हजार से अधिक लोगों का सत्यापन किया। शुरुआती जांच में करीब 100 से अधिक ऐसे लोग सामने आए, जिनके दस्तावेज संदिग्ध पाए गए हैं। पुलिस का कहना है कि इनमें से कई लोग पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश सीमा से जुड़े इलाकों के बताए जा रहे हैं
ये लोग मुख्य रूप से मोवा, खमतराई, टिकरापारा और उरला थाना क्षेत्रों में रहकर ऑटो चलाने और मजदूरी का काम कर रहे हैं। पूछताछ में अधिकतर लोग केवल एक-दो साल पहले रायपुर आने की जानकारी दे पाए, लेकिन उनके यहां रहने की स्पष्ट अवधि और दस्तावेजों की पुष्टि नहीं हो सकी है।
एसएसपी सिंह के निर्देश पर सुबह करीब चार बजे यह छापामार अभियान चलाया गया। सीएसपी रैंक के अधिकारियों के नेतृत्व में टीमों ने बीट वाइज जांच की और संदेहियों को दस्तावेज सत्यापन के लिए पुलिस लाइन लाया गया। फिलहाल पुलिस लाइन में सभी संदेहियों के दस्तावेजों और मोबाइल नंबरों की तकनीकी जांच जारी है
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह कार्रवाई पूरी तरह सुरक्षा के लिहाज से की जा रही है। जांच पूरी होने के बाद ही आगे की कानूनी कार्रवाई तय की जाएगी।



