knowledge

इन देशों में क्रिसमस मनाया तो सीधे पहुचेंगे जेल में और पड़ेगा भारी जुर्माना

हर साल ईसा मसीह के जन्म की याद में क्रिसमस मनाया जाता है. क्रिश्चियन धर्म को मानने वाले लोग इस दिन चर्च जाते हैं और वहां प्रार्थना करते हैं. ईसाइयों के लिए क्रिसमस कैलेंडर के सबसे महत्वपूर्ण समयों में से एक है। यह धार्मिक और सांस्कृतिक उत्सव प्रतिवर्ष 25 दिसंबर को अरबों लोगों द्वारा मनाया जाता है. खासतौर पर युवाओं में इसे लेकर काफी क्रेज होता है. ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि दुनिया के किन देशों में क्रिसमस का त्योहार मनाने पर पाबंदी है और इसका कारण क्या है. 

नॉर्थ कोरिया में क्रिसमस पर पाबंदी

किम जोंग उन के देश नॉर्थ कोरिया में किसी भी तरह की आजादी नहीं है. यहां क्रिसमस मनाने पर पूरी तरह से बैन है, अगर कोई ऐसा करता है तो उसे सख्त सजा दी जाती है. हैरानी वाली बात ये है कि इस दिन नॉर्थ कोरिया के लोग किम जोंग-उन की दादी किम जोंग-सुक का जन्मदिन मनाते हैं. 

सऊदी अरब में भी लगा है बैन

इस्लामिक मान्यताओं को सख्ती से मानने वाले सऊदी अरब ने भी क्रिसमस पर बैन लगाया था, लेकिन कुछ सालों में इस कड़े प्रतिबंध में थोड़ी छूट दी गई है. टूरिज्म को बढ़ावा देने की नीति और सऊदी सरकार के विजन 2030 के तहत ऐसे नियमों में ढील दी जा रही है. हालांकि अब भी क्रिसमस को खुलकर सेलिब्रेट नहीं किया जा सकता है और स्थानीय लोग भी इस त्योहार को नहीं मनाते हैं. 

अफ्रीका के देशों में भी पाबंदी

कई अफ्रीकी देशों में भी क्रिसमस नहीं मनाया जाता है. सोमालिया ने 2015 में इस पर रोक लगा दी थी, वहां की सरकार का कहना है कि ये त्योहार इस्लामिक मान्यताओं के खिलाफ है. इसके अलावा अल्जीरिया, लीबिया और मोराक्को जैसे देश भी इस लिस्ट में शामिल हैं. यहां ईसाई लोग काफी कम रहते हैं और अपने इस त्योहार को प्राइवेट तरीके से सिलिब्रेट करते हैं. 

अफगानिस्तान में भी इजाजत नहीं

अफगानिस्तान उन मुस्लिम देशों में शामिल है, जहां सबसे सख्त कानून लागू होते हैं. यहां गैर-इस्लामिक या पश्चिमी त्योहारों को मनाने पर पाबंदी है. अफगानिस्तान में क्रिसमस के दिन छुट्टी नहीं होती है और इसे सेलिब्रेट करने की इजाजत भी नहीं है. 

उज्बेकिस्तान में भी नहीं मनाते हैं क्रिसमस

उज्बेकिस्तान में ईसाई काफी संख्या में रहते हैं और यहां के अल्पसंख्यक समुदाय में आते हैं, लेकिन यहां क्रिसमस की छुट्टी नहीं होती है, साथ ही क्रिसमस को उस तरह से नहीं मनाया जाता है. यहां पर नए साल में क्रिसमस जैसा सेलिब्रेशन दिखता है. 

Back to top button