रिजर्व बैंक के निर्देश पर बैंकिंग योजनाओं का लाभ दिलाने गांव-गांव लग रहे विशेष शिविर

बिलासपुर । भारत सरकार के वित्तीय सेवा विभाग द्वारा वित्तीय समावेशन योजनाओं की संतृप्ति स्तर हासिल करने के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर शिविरों की श्रृंखला आयोजित की जा रही है। ये शिविर लीड बैंक द्वारा जिला प्रशासन के सहयोग से जिले की सभी 486 ग्राम पंचायतों में कार्ययोजना के अनुरूप आयोजित की जा रही है। इस सिलसिले में कोटा विकासखण्ड के ग्राम मझगांव में शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में 210 जनधन खातों की पुनः केवाईसी की गई, 23 नए जनधन खाते खोले गए, 54 लोगों ने प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा, 29 ने जीवन ज्योति बीमा योजना और 10 ने अटल पेंशन योजना खाते खोले गए। इस तरह के शिविर 31 सितम्बर तक विभिन्न ग्राम पंचायतों में लगाये जायेंगे।
लीड बैंक अधिकारी दिनेश उरांव ने बताया कि गांव स्तर पर आयोजित इन शिविरों में विशेष रूप से जनधन एवं सभी निष्क्रिय खातों में केवाईसी, जनधन खाता खोलना, सुरक्षा बीमा योजना, अटल पेंशन योजना के कार्य किये जायेंगे। भारतीय रिजर्व बैंक एवं भारत सरकार के निर्देशानुसार हर बैंक खाते का निश्चित अंतराल में केवाईसी किया जाना अनिवार्य किया गया है। कोटा में आयोजित विशेष शिविर में स्टेट बैंक कोटा, बेलगहना, ग्रामीण बैंक कोटा एवं बेलगहना, पंजाब नेशनल बैंक कोटा, सेंट्रल बैंक कोटा एवं एचडीएफसी बैंक कोटा ने हिस्सा लिया। भारतीय रिजर्व बैंक रायपुर कार्यालय के महाप्रबंधक मनीष पाराशर ने शिविर का निरीक्षण किया और हो रहे कामकाज की समीक्षा की। उन्होंने बैंक अधिकारियों एवं लाभार्थियों से संवाद कर वित्तीय समावेशन पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर भारतीय रिजर्व बैंक, रायपुर के सहायक महाप्रबंधक दीपेश तिवारी, भारतीय स्टेट बैंक के आर.एम. अविनाश सोनी, पंजाब नेशनल बैंक के सर्कल हेड जगदीश राय, छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक के आर.एम. सुरेश कुमार राजपूत, प्रबंधक वित्तीय समावेशन विमल कुमार प्रसाद और सभी बैंकों के शाखा प्रबंधक एवं कर्मचारी उपस्थित थे।