दुनिया का सबसे टफ Exam, लाखों में इक्का-दुक्का ही कर पाते हैं पास

भारत की यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा को देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है. इसके अलावा, यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में से भी एक है. क्या आप जानते हैं कि आखिर दुनिया की सबसे कठिन परीक्षा कौन सी है. अगर नहीं, तो बता दें कि चीन की गाओकाओ (Gaokao) परीक्षा, दुनिया की सबसे कठिन परीक्षा है. इसे चीन में नेशनल हायर एजुकेशन एंट्रेंस एग्जामिनेशन के नाम से भी जाना जाता है. इस परीक्षा में पास होने के बाद ही चीन में किसी भी छात्र को कॉलेज या यूनिवर्सिटी में हायर एजुकेशन के लिए एडमिशन मिलता है. इसलिए यह परीक्षा पूरे चीन के छात्रों के लिए काफी महत्वपूर्ण है.चीन के चांग्शा शहर से सामने आया एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.वीडियो शेयर करने वाले इंस्टाग्राम व्लॉगर एलन फूबताते हैं कि इस स्कूल में छात्रों की क्लास सुबह 7 बजे शुरू होती है और रात 10:15 बजे तक चलती है. कई छात्र तो दोपहर के लंच ब्रेक में भी स्कूल में ही सोते हैं, ताकि समय बर्बाद न हो और पढ़ाई जारी रख सकें. एलन फू के मुताबिक, ‘चीन में हाई स्कूल के छात्रों के लिए ये सामान्य बात है. सब कुछ एक ही परीक्षा के लिए होता है…Gaokao, जो उनके पूरे भविष्य का फैसला कर सकती है.’
Gaokao Exam चीन की राष्ट्रीय कॉलेज प्रवेश परीक्षा है, जिसे हाई स्कूल के आखिरी साल में छात्र देते हैं. ये परीक्षा आमतौर पर जून में होती है और 3 से 4 दिन तक चलती है. खास बात ये है कि चीन में यूनिवर्सिटी एडमिशन का मुख्य और लगभग एकमात्र आधार यही परीक्षा होती है. Gaokao का सिलेबस प्रांत के हिसाब से थोड़ा अलग हो सकता है, लेकिन मुख्य विषय होते हैं.
गाओकाओ परीक्षा हर साल जून के महीने में आयोजित की जाती है. यह परीक्षा लगातार 3 दिन चलती है. इस परीक्षा में 4 सब्जेक्ट – चाइनीज लैंग्वेज, मैथ्स, फॉरन लैंग्वेज और ऑप्शनल सब्जेक्ट (साइंस – फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी) या (आर्ट्स – इतिहास, भूगोल, राजनीति) शामिल होते हैं. इस परीक्षा में पास होने के बाद ही छात्र कॉलेज में किसी प्रोग्राम में एडमिशन के लिए एलिजिबल माना जाता है.
चीन की किसी भी यूनिवर्सिटी में एडमिशन के लिए Gaokao में सफलता हासिल करना बहुत जरूरी है. इसलिए इस परीक्षा में कॉम्पिटिशन भी उतना ही ज्यादा है. इस परीक्षा का पासिंग प्रतिशत बहुत कम है और यही कारण है कि छात्रों के ऊपर इस परीक्षा का काफी दबाव रहता है. वहीं, परीक्षा में केवल पास होने के काम नहीं चलता है, छात्रों को अच्छे कॉलेज में एडमिशन के लिए टॉप स्कोरर की लिस्ट में शामिल होना बहुत जरूरी है. क्योंकि इसी से निर्धारित होगा कि छात्र को चीन के किस बेस्ट कॉलेज में एडमिशन मिलेगा.
Gaokao से पहले छात्रों को अपनी पसंदीदा यूनिवर्सिटीज की लिस्ट भरनी होती है. हर कॉलेज का एक न्यूनतम कट-ऑफ स्कोर होता है, जो प्रांत के हिसाब से बदलता है. अगर छात्र उस स्कोर को हासिल कर लेते हैं, तभी उन्हें एडमिशन मिलता है. यानी एक परीक्षा, एक स्कोर और उसी पर तय होता है कि छात्र किस कॉलेज में जाएगा या जाएगा भी या नहीं. यही वजह है कि China education system pressure दुनियाभर में चर्चा का विषय बनता रहा है.



