रायपुर रेलवे स्टेशन पर डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने कैश काउंटर बंद, यात्रियों को हो रही दिक्कत
यात्रियों को हर श्रेणी के काउंटरों पर टोकन लेकर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ रहा है। लंबी कतार में खड़े होने के बाद जब वे टिकट लेने पहुंचते हैं, तो केवल डिजिटल पेमेंट स्वीकार किए जाने की जानकारी मिलती है, जिससे उन्हें दोबारा लाइन में लगना पड़ रहा है।

हाईलाइट्स
- स्टेशन के टिकट काउंटर्स पर लंबी कतारों में इंतजार कर रहे यात्री।
- कई यात्रियों की ट्रेन छूट रही है, कुछ बे-टिकट यात्रा करने को मजबूर।
- रेल अधिकारियों का दावा—ई-टिकट बुक करने वाले यात्रियों की संख्या बढ़ी।
रायपुर: डिजिटल पेमेंट से टिकट बुकिंग की नई व्यवस्था, यात्रियों की बढ़ी परेशानी
रेलवे प्रशासन ने डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के उद्देश्य से रायपुर रेलवे स्टेशन पर आरक्षण और अनारक्षित टिकट काउंटरों पर कई कैश काउंटर बंद कर दिए हैं। इससे यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। स्टेशन पर टिकट के लिए लंबी कतारें लग रही हैं, जिससे कई यात्रियों की ट्रेन छूट रही है, जबकि कुछ बे-टिकट यात्रा करने को मजबूर हो रहे हैं।
कैश काउंटर बंद, डिजिटल पेमेंट अनिवार्य
रायपुर स्टेशन के अनारक्षित टिकट काउंटरों पर यात्री लंबी लाइन में लगने के बाद जब टिकट लेने पहुंचते हैं, तो उन्हें पता चलता है कि वह काउंटर केवल डिजिटल पेमेंट स्वीकार कर रहा है। ऐसे में उन्हें दोबारा कैश काउंटर की लाइन में लगना पड़ता है। स्टेशन पर पांच टिकट काउंटरों को बंद कर दिया गया है, जबकि मुख्य आरक्षण केंद्र के चार काउंटर भी बंद कर दिए गए हैं। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि अब अधिकतर यात्री ई-टिकट बुक कर रहे हैं, इसलिए केवल दो काउंटरों को चालू रखा गया है।विशेष आरक्षण काउंटर बंद, वरिष्ठ नागरिकों को दिक्कत
रेलवे प्रशासन ने सांसद, विधायक, पत्रकारों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए आरक्षित विशेष काउंटर भी बंद कर दिया है, जिससे इन यात्रियों को अतिरिक्त परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।रिफंड के लिए यात्रियों की भीड़
अचानक ट्रेन रद्द होने पर टिकट रिफंड के लिए यात्रियों की भारी भीड़ लग रही है। पहले हर महीने लगभग 4,000 रिजर्वेशन टिकट जारी होते थे, लेकिन अब इसमें कमी आई है। रेलवे कर्मचारियों के अनुसार, अधिकांश यात्री ई-टिकट ले रहे हैं, इसलिए चार काउंटर बंद कर दिए गए हैं।तत्काल टिकट बुकिंग में देरी
आरक्षण केंद्र में तत्काल टिकट बुकिंग के लिए पहुंचने वाले यात्रियों को भी समस्या हो रही है। डिजिटल पेमेंट प्रक्रिया में 30 से 50 सेकंड तक का समय लगता है, जिससे केवल कुछ ही यात्रियों को टिकट मिल पा रहा है।यात्रियों के लिए अतिरिक्त कोच की सुविधा
रेलवे ने दुर्ग-निजामुद्दीन हमसफर एक्सप्रेस में 21 से 25 मार्च तक और निजामुद्दीन-दुर्ग हमसफर एक्सप्रेस में 22 से 26 मार्च तक अस्थायी रूप से एक अतिरिक्त एसी-3 कोच जोड़ा है। वहीं, मैहर में चैत्र नवरात्रि मेले को ध्यान में रखते हुए 30 मार्च से 12 अप्रैल तक दुर्ग-नौतनवा एक्सप्रेस का अस्थायी ठहराव दिया गया है, जिससे श्रद्धालुओं को सुविधा होगी।