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“जेल में पेड़ के नीचे सोता था, क्योंकि…” – CM रेवंत रेड्डी ने सुनाई अपनी गिरफ्तारी की कहानी, KTR ने किया जोरदार पलटवार

तेलंगाना विधानसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने उन 16 दिनों की याद ताजा की, जो उन्होंने जेल में बिताए थे। 2020 में हैदराबाद के पास जनवाड़ा में एक फार्महाउस के दृश्य रिकॉर्ड करने के लिए बिना अनुमति ड्रोन उड़ाने के मामले में उन्हें 16 दिनों के लिए जेल भेजा गया था।

मिस वर्ल्ड 2025 के आयोजन को लेकर तेलंगाना में सियासी घमासान

हैदराबाद में होने वाले मिस वर्ल्ड 2025 के आयोजन को लेकर भारत राष्ट्र समिति (BRS) ने तेलंगाना की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है। BRS के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामा राव (KTR) ने राज्य में किसानों की आत्महत्या के बढ़ते संकट के बजाय ब्यूटी कॉन्टेस्ट को प्राथमिकता देने के लिए मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी पर हमला बोला। KTR ने 55 करोड़ रुपये खर्च करने के सरकार के फैसले की आलोचना करते हुए इसे जनहित से परे बताया।

रेवंत रेड्डी ने याद किए जेल के 16 दिन

विधानसभा में भाषण के दौरान तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने 2020 में हुई अपनी गिरफ्तारी को याद किया। उन्होंने बताया कि हैदराबाद के पास जनवाड़ा में एक फार्महाउस के दृश्य रिकॉर्ड करने के लिए बिना अनुमति के ड्रोन उड़ाने के मामले में उन्हें 16 दिनों तक जेल में रखा गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि BRS सरकार ने उन्हें गलत तरीके से जेल में डाला।

रेवंत रेड्डी ने कहा, “मुझे 16 दिनों तक एकांत कारावास में रखा गया। किसी से मिलने नहीं दिया गया। लेकिन मैंने अपना गुस्सा दबाकर राज्य के विकास के लिए काम जारी रखा।” उन्होंने यह भी बताया कि जिस अपराध के लिए उन्हें जेल भेजा गया, उसमें सिर्फ 500 रुपये का जुर्माना था।

उन्होंने जेल की दुर्दशा का जिक्र करते हुए कहा, “मेरे सेल में पूरी रात तेज रोशनी जलती रहती थी। चारों ओर गंदगी फैली रहती थी। जरूरत पड़ी तो मैं विधायकों और मंत्रियों को वहां की वास्तविकता दिखा सकता हूं। मैं सेल में नहीं, बल्कि पेड़ के नीचे सोता था।”

KTR का पलटवार

रेवंत रेड्डी के इस बयान पर KTR ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “क्या आप स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने के कारण जेल गए थे? अगर कोई आपके जुबली हिल्स स्थित घर के ऊपर ड्रोन उड़ाकर आपकी पत्नी या बच्चों की तस्वीरें ले, तो क्या आप चुप रहेंगे?”

पत्रकारों की गिरफ्तारी का मामला

हाल ही में राज्य में दो महिला पत्रकारों की गिरफ्तारी को लेकर भी विवाद खड़ा हो गया। हैदराबाद पुलिस के अनुसार, ये गिरफ्तारी उनके यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो प्रसारित करने के आरोप में की गई थी, जिसमें एक व्यक्ति मुख्यमंत्री के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल कर रहा था। यह वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ था।

इस मामले में BRS ने पत्रकारों की गिरफ्तारी पर चिंता व्यक्त की, जबकि पुलिस ने इसे साइबर अपराध करार दिया। हालांकि, दोनों पत्रकारों को जमानत पर रिहा कर दिया गया है।

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