लग्जरी क्रूज पर नोरोवायरस का प्रकोप: 200 से ज्यादा लोग संक्रमित, जानें लक्षण और बचाव के उपाय
बदलते मौसम में तेजी से फैल रहा नोरोवायरस, लग्जरी क्रूज पर 200 से ज्यादा लोग संक्रमित – जानें लक्षण और बचाव के उपाय

बदलते मौसम में तेजी से फैल रहा नोरोवायरस, लग्जरी क्रूज पर 200 से ज्यादा लोग संक्रमित
बदलते मौसम में कई तरह के वायरस तेजी से फैलने लगते हैं, जिनमें से एक नोरोवायरस है। यह बेहद संक्रामक वायरस है, जो उल्टी और दस्त जैसी समस्याओं का कारण बनता है। हाल ही में एक लग्जरी क्रूज पर 200 से अधिक लोग इस वायरस की चपेट में आ गए, जिनमें कुछ क्रू मेंबर्स भी शामिल हैं। संक्रमितों का इलाज अमेरिका के न्यूयॉर्क में चल रहा है। यह घटना क्वीन मैरी 2 क्रूज शिप की है, जो इंग्लैंड से पूर्वी कैरिबियन की ओर जा रहा था। अमेरिकी सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के अनुसार, हर साल बड़ी संख्या में लोग इस वायरस से प्रभावित होते हैं।
क्या है नोरोवायरस?
नोरोवायरस कई प्रकार के वायरस का एक समूह है, जो पेट की गंभीर समस्याएं पैदा करता है, जैसे उल्टी और दस्त। यह दुनिया भर में सबसे अधिक खाद्य जनित बीमारियों का कारण बनता है। पहली बार 1968 में अमेरिका के ओहियो राज्य के नॉरवॉक स्कूल में इसका मामला सामने आया था, इसलिए इसे पहले “नॉरवॉक वायरस” कहा जाता था। बाद में, नए स्ट्रेन विकसित होने के कारण इसका नाम नोरोवायरस रखा गया।
नोरोवायरस के लक्षण और कारण
सामान्य लक्षण:
- जी मिचलाना
- उल्टी
- दस्त
- पेट दर्द
- सिरदर्द
- बुखार
- शरीर में दर्द
संक्रमण के लक्षण आमतौर पर वायरस के संपर्क में आने के 12 से 48 घंटे बाद प्रकट होते हैं और 1 से 3 दिनों तक बने रहते हैं।
क्या बच्चों और युवाओं में नोरोवायरस के लक्षण समान होते हैं?
बच्चों और युवाओं में इस वायरस के लक्षण लगभग एक जैसे ही होते हैं, लेकिन कुछ अंतर देखे जा सकते हैं। उदाहरण के लिए, युवाओं में बच्चों की तुलना में अधिक दस्त हो सकते हैं, जबकि बच्चों में उल्टी ज्यादा हो सकती है।
कैसे फैलता है नोरोवायरस?
नोरोवायरस किसी भी उम्र के व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है। यह निम्नलिखित कारणों से फैल सकता है:
- संक्रमित व्यक्ति के सीधे संपर्क में आने से
- दूषित भोजन या पानी के सेवन से
- दूषित सतहों को छूने के बाद मुंह, नाक या आंखों को छूने से
संक्रमित व्यक्ति आमतौर पर 2-3 दिनों में ठीक महसूस करने लगता है, लेकिन वह दो सप्ताह तक वायरस फैला सकता है। यह वायरस शरीर में जाने के बाद पेट और आंतों में सूजन या जलन पैदा करता है, जिससे गैस्ट्रोएंटेराइटिस नामक स्थिति उत्पन्न होती है।
विशेष रूप से दूषित भोजन और पानी के कारण यह संक्रमण फैलता है। क्रूज शिप पर यात्रा करने या सीफूड के सेवन से भी नोरोवायरस होने का खतरा अधिक रहता है।