भीषण गर्मी में भी बना रहेगा त्रिदोष का संतुलन, अपनाएं बाबा रामदेव के ये असरदार प्राकृतिक उपाय
गर्मियों में सीज़नल बीमारियों का असर तेज़ हो जाता है, जिससे शरीर की तीन प्रमुख जैविक ऊर्जा—वात, पित्त और कफ यानी त्रिदोष का संतुलन बिगड़ सकता है। ऐसे में इस तपती गर्मी में सेहतमंद रहने के लिए अपनी दिनचर्या और जीवनशैली में क्या बदलाव करने चाहिए, आइए जानते हैं स्वामी रामदेव से।

अच्छी नौकरी, ढेर सारा पैसा, खुशहाल परिवार और सुकून से भरे पल—ज़िंदगी में ये सब जरूरी हैं, लेकिन अगर आपके पास एक चीज़ नहीं है तो ये सब किसी काम के नहीं। वो है अच्छी सेहत। अगर आप सेहतमंद नहीं हैं तो बाकी सब बेकार है। इस वर्ल्ड हेल्थ डे पर आप खुद से एक वादा करें—कि अब से आपकी सेहत आपकी सबसे बड़ी प्राथमिकता होगी। कोई समझौता नहीं, कोई टालमटोल नहीं। इस रेज़ोल्यूशन को न्यू ईयर की तरह “कल से” कहकर टालिए मत—आज और अभी से अमल कीजिए, क्योंकि मौसम ने आपकी सेहत पर वार शुरू कर दिया है।
अभी अप्रैल की शुरुआत है और तापमान ने 43 डिग्री का आंकड़ा पार कर लिया है। दिल्ली और राजस्थान में हीटवेव को लेकर येलो अलर्ट जारी हो चुका है। हालत ये है कि शिमला-मनाली जैसे ठंडे इलाकों में भी मई-जून जैसी तपिश महसूस हो रही है। हिमाचल के कांगड़ा, मंडी, कुल्लू और सोलन में लू के लिए चेतावनी जारी की गई है।
हीटवेव इस बार सारे पुराने रिकॉर्ड तोड़ सकती है। ऐसे में सेहत के प्रति लापरवाही सीधा बीमारियों का दरवाजा खोल देती है। गर्मी बढ़ने से डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और हार्ट के मरीज़ों की परेशानी तो बढ़ती ही है, साथ ही मौसम बदलने के साथ सीजनल बीमारियों का अटैक भी तेज़ हो जाता है। इसकी सबसे बड़ी वजह है शरीर की तीन प्रमुख बायोलॉजिकल एनर्जी—वात, पित्त और कफ यानी त्रिदोष का असंतुलन।
गर्मी में पित्त बढ़ता है। ठंडी चीज़ें खाने से कफ बढ़ता है और बिगड़ा खानपान गैस और एसिडिटी को ट्रिगर करता है। ये सब मिलकर त्रिदोष को डिस्टर्ब करते हैं और तब शरीर बीमारियों का घर बन जाता है।
तो चलिए जानते हैं तपती गर्मी में त्रिदोष संतुलन कैसे बनाए रखें, स्वामी रामदेव के इन प्राकृतिक उपायों से।
🌿 कफ दोष के रोग:
- मोटापा
- थायराइड
- सर्दी-खांसी-जुकाम
- मोतियाबिंद
- कम सुनाई देना
- आंखों की लालिमा
- डार्क सर्कल
🌿 पित्त दोष के रोग:
- एसिडिटी
- अल्सर
- हिचकियां
- जॉन्डिस
🌿 वात दोष के रोग:
- घुटनों में दर्द
- हड्डियों में कमजोरी
- पूरे शरीर में दर्द
- पैरों में ऐंठन
- कमजोरी
✔️ वात संतुलन के लिए क्या खाएं?
- देसी घी
- अदरक, लहसुन
- दूध और मक्खन
- मूंग दाल, राजमा
🧃 वात के लिए असरदार जूस:
- हरसिंगार
- निरगुंडी
- एलोवेरा
❌ वात में क्या न खाएं:
- बाजरा
- मक्का, जौ
- ठंडा जूस
- नाशपाती, कच्चा केला
✔️ पित्त संतुलन के लिए क्या खाएं?
- देसी घी
- खीरा, गाजर
- पत्तेदार हरी सब्जियां
- एलोवेरा जूस
🧃 पित्त के लिए असरदार जूस:
- एलोवेरा
- लौकी
- व्हीटग्रास
✔️ कफ संतुलन के लिए रामबाण उपाय:
- श्वासारि काढ़ा
- दूध में पिपली
- त्रिकुटा पाउडर
- हल्दी, दूध और शिलाजीत
गर्मी में त्रिदोष संतुलन बनाए रखना जरूरी है, तभी आप मौसम की मार से बचे रहेंगे। आज से ही ये उपाय अपनाइए और सेहत को बनाइए अपनी पहली प्राथमिकता।