राहुल गांधी ने EC पर उठाए सवाल, कांग्रेस ने कहा- ‘सत्तापक्ष को आइना दिखाना जरूरी’, BJP क्यों हो रही है बैचेन?
राहुल गांधी के अमेरिका में दिए बयान को लेकर विवाद बढ़ गया है। कांग्रेस ने उनके बयानों का समर्थन करते हुए कहा कि उन्होंने देश के लोकतंत्र पर हो रहे हमलों को लेकर सही सवाल उठाए हैं। कांग्रेस ने बीजेपी के आरोपों को नकारते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष के तौर पर राहुल गांधी का काम चुनाव आयोग से सवाल पूछना है।

राहुल गांधी के अमेरिका में चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर उठाए सवालों को लेकर भाजपा की आलोचना पर कांग्रेस ने पलटवार किया है। कांग्रेस ने राहुल गांधी के बयानों का पूरा समर्थन करते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष के तौर पर उन्होंने देश के लोकतंत्र पर हो रहे हमलों को लेकर बिल्कुल सही सवाल उठाए हैं। भाजपा के आरोपों को नकारते हुए कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा विदेश में घरेलू मुद्दों और विपक्ष की आलोचना करने वाले वीडियो को साझा कर सत्तापक्ष को जवाबी आइना दिखाया।
कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा कि राहुल गांधी ने चुनाव आयोग से सवाल पूछे हैं, और यह उनका काम है। उन्होंने भाजपा के आरोपों को हास्यास्पद बताया, साथ ही यह भी सवाल किया कि भाजपा क्यों परेशान है जब विपक्षी नेता चुनाव आयोग से सवाल पूछ रहे हैं। पवन खेड़ा ने प्रधानमंत्री मोदी के विदेश दौरों के दौरान दिए गए भाषणों के वीडियो क्लिप भी शेयर किए, जिसमें उन्होंने अपने देश की आलोचना की थी, और पूछा कि मोदी विदेश में अपने ही देश का अपमान क्यों करते हैं।
कांग्रेस ने ईवीएम में धांधली का आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव आयोग इस पर चुप है, जबकि एक पुलिसकर्मी ने खुद सामने आकर ईवीएम के जरिए धांधली का आरोप लगाया है। कांग्रेस सोशल मीडिया विभाग की प्रमुख सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि राहुल गांधी की यह जिम्मेदारी थी कि वह लोकतंत्र पर हो रहे हमलों को उजागर करते, और उन्होंने वही किया। सुप्रिया ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग से सवाल किए जा रहे हैं, लेकिन वह कोई जवाब नहीं दे रहा है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी राहुल गांधी के सवालों का समर्थन किया, और हरियाणा चुनाव में हुई गड़बड़ी को ध्यान में रखते हुए बैलेट पेपर से चुनाव कराने की बात की। शिवसेना यूबीटी के नेता आदित्य ठाकरे ने भी महाराष्ट्र चुनाव में हुई धांधली के आरोपों को सही ठहराया, और चुनाव आयोग के संचालन को भाजपा के नियंत्रण में बताया।