
पहलगाम हमले को लेकर सर्वदलीय बैठक में महत्वपूर्ण चर्चा, सरकार ने साझा की जानकारी
गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के संदर्भ में एक सर्वदलीय बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की, जबकि गृह मंत्री अमित शाह ने हमले के बारे में विस्तृत जानकारी दी। आईबी और रॉ के अधिकारियों ने भी बैठक में सभी पार्टियों के नेताओं को हमले की डिटेल से अवगत कराया। इसके अलावा, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने हमले के बाद उठाए गए डिप्लोमैटिक कदमों के बारे में जानकारी दी। बैठक में सरकार ने यह भी बताया कि आतंकवादी बेसरन वैली तक कैसे पहुंचने में सफल हुए और सुरक्षा इंतजामों में कहां कमी रही।
आतंकी हमले की योजना और सुरक्षा में चूक
सरकार ने बताया कि बेसरन वैली आम तौर पर बंद रहती है और यहां पर्यटक नहीं जाते, लेकिन 20 अप्रैल को इसे पर्यटकों के लिए खोल दिया गया था। इस फैसले की जानकारी न तो केंद्र सरकार को थी, न ही सेना और सीआरपीएफ को, जिसके कारण सुरक्षा के इंतजाम ठीक से नहीं थे। आतंकवादियों ने इस स्थिति का फायदा उठाया। सरकार ने यह भी बताया कि हमले के बाद सुरक्षा इंतजामों में क्या बदलाव किए गए हैं।
सुरक्षा के मुद्दे पर विपक्ष का समर्थन
सर्वदलीय बैठक में विपक्षी दलों ने एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सरकार का समर्थन करने का संकल्प लिया। बैठक के बाद, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि सरकार ने सभी पार्टी नेताओं के साथ हमले की पूरी जानकारी साझा की और उनके सवालों का जवाब दिया। रिजिजू ने कहा कि भले ही सरकार और विपक्ष के बीच राजनीतिक मतभेद हो, लेकिन राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों में सभी एकजुट होते हैं।
#WATCH | Delhi: A two-minute silence was observed during the all-party meeting called by the Central Government to honour the innocent lives lost in the Pahalgam terror attack pic.twitter.com/0Hf5XPcedK
— ANI (@ANI) April 24, 2025
कांग्रेस और विपक्ष का समर्थन
बैठक के बाद, कांग्रेस ने भी सरकार को पूरा समर्थन देने का ऐलान किया। राहुल गांधी ने कहा कि विपक्ष सरकार के हर कदम के साथ है, जो भी कार्रवाई सरकार द्वारा उठाई जाएगी, विपक्ष उसे समर्थन देगा। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि पहलगाम में जो हुआ, उससे पूरा देश दुखी है और विपक्ष सरकार को सलाह देता है कि वह कश्मीर में शांति स्थापित करने के लिए हर संभव कदम उठाए।
ओवैसी का सवाल और कंस्ट्रक्टिव रूख
सर्वदलीय बैठक में असदुद्दीन ओवैसी ने भी कई सवाल उठाए। उन्होंने पहलगाम में सुरक्षा में चूक का मुद्दा उठाया और कहा कि सरकार को सिंधु जल समझौते के रद्द करने के फैसले से जुड़ी तैयारियों पर भी ध्यान देना चाहिए, क्योंकि पाकिस्तान इसे अंतर्राष्ट्रीय मंच पर उठा सकता है। ओवैसी ने बैठक में सवाल उठाए, लेकिन उनका रूख कंस्ट्रक्टिव था।