
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री मोदी को एक पत्र लिखकर जाति जनगणना को लेकर तीन महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं। खड़गे ने पत्र में कहा, “मैंने 16 अप्रैल 2023 को आपको पत्र लिखकर जातिगत जनगणना कराने की मांग रखी थी, लेकिन मुझे उसका कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद, आपकी पार्टी और आप स्वयं कांग्रेस पर लगातार हमले करते रहे। अब, आप स्वयं स्वीकार कर रहे हैं कि यह मांग सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण के हित में है।”
खरगे ने अपने सुझावों में कहा कि जाति जनगणना के लिए प्रश्नावली का डिजाइन बहुत महत्वपूर्ण है। जाति संबंधित जानकारी केवल गिनती के लिए नहीं, बल्कि सामाजिक-आर्थिक लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए एकत्र की जानी चाहिए। तेलंगाना में हुए जातिगत सर्वेक्षण का मॉडल इस संदर्भ में उपयोगी हो सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि जाति जनगणना के परिणामों में किसी भी तरह की छिपाई नहीं होनी चाहिए, ताकि सभी जातियों के सामाजिक-आर्थिक आंकड़े सार्वजनिक रूप से उपलब्ध हों और उनकी प्रगति को मापा जा सके।
Congress President Shri @kharge writes to PM Modi regarding the caste census to be conducted by the Centre.
Kharge ji has offered three significant suggestions on the issue. pic.twitter.com/9h3FDEdgPv
— Congress (@INCIndia) May 6, 2025
इसके अलावा, खरगे ने संविधान की नवीं सूची में आरक्षण संबंधी अधिनियमों को शामिल करने का सुझाव दिया और संविधान संशोधन के माध्यम से 50% आरक्षण की सीमा हटाने की मांग की। उन्होंने कहा कि जाति जनगणना को किसी भी रूप में विभाजनकारी नहीं माना जाना चाहिए और यह सभी राजनीतिक दलों के साथ संवाद का विषय होना चाहिए। खड़गे ने इस मुद्दे पर सभी दलों से शीघ्र बातचीत की अपील की।