Bofors Scam: फिर उठा बोफोर्स घोटाले का मुद्दा, भाजपा ने सोनिया-राहुल से इस्तीफा मांगा; जानिए पूरा मामला
भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि पत्रकार चित्रा सुब्रमण्यम ने अपनी किताब *बोफोर्स गेट* में इस घोटाले से जुड़ी कई अहम जानकारियों का खुलासा किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि क्वात्रोची ने तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी और उनकी पत्नी सोनिया गांधी के साथ अपनी करीबी का फायदा उठाकर रक्षा सौदे को अंजाम दिया। हालांकि, इस मामले पर अब तक कांग्रेस की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

बोफोर्स घोटाला फिर सुर्खियों में, भाजपा ने कांग्रेस पर बोला हमला
बोफोर्स घोटाले का मुद्दा एक बार फिर गरमाया है। हाल ही में एक पत्रकार की किताब का हवाला देते हुए भाजपा ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला।
भाजपा की मांग – सोनिया और राहुल गांधी दें इस्तीफा
भाजपा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि जब तक इटली के कथित बिचौलिये ओत्तावियो क्वात्रोची से जुड़े सभी संबंधों का पूरी तरह खुलासा नहीं होता, तब तक सोनिया गांधी और राहुल गांधी को सांसद पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि चित्रा सुब्रमण्यम ने अपनी किताब बोफोर्स गेट में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि क्वात्रोची ने तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी और उनकी पत्नी सोनिया गांधी के साथ करीबी संबंधों का लाभ उठाकर रक्षा सौदों में दखल दिया। हालांकि, कांग्रेस की ओर से इस मामले पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
क्या है मामला?
क्वात्रोची (जो अब दिवंगत हो चुका है) पर लंबे समय से यह आरोप लगते रहे हैं कि उसके इटली मूल की सोनिया गांधी के साथ घनिष्ठ संबंध थे और उसने इसका इस्तेमाल भारत में व्यापारिक लाभ उठाने के लिए किया। 1987 में स्वीडिश सरकारी रेडियो ने बोफोर्स तोप सौदे में कथित रिश्वतखोरी का खुलासा किया था, जिसके बाद सीबीआई ने इस मामले की लंबी जांच की। पत्रकार चित्रा सुब्रमण्यम ने भी इस घोटाले पर कई रिपोर्ट प्रकाशित की थीं।
एक संवाददाता सम्मेलन में भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने आरोप लगाया कि राजीव गांधी के कार्यकाल के दौरान रक्षा सौदों से जुड़ी गोपनीय फाइलें क्वात्रोची को भेजी जाती थीं, ताकि वह अपनी पसंदीदा कंपनियों के पक्ष में बदलाव कर सके।
मल्लिकार्जुन खरगे से मांगा जवाब
भाजपा ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी के वर्तमान नेतृत्व से सवाल किया कि क्या यह राजीव गांधी द्वारा ली गई शपथ का उल्लंघन नहीं था? साथ ही, भाजपा ने आरोप लगाया कि 2005 में यूपीए सरकार के दौरान सोनिया गांधी के निर्देश पर सीबीआई ने क्वात्रोची के बैंक खातों से रोक हटा दी थी।