कोरबाछत्तीसगढ़

बकरा-भात कार्यक्रम के दौरान गिरी बिजली, 2 की मौके पर मौत

बेमौसम बारिश के दौरान बकरा-भात कार्यक्रम में आकाशीय बिजली गिरने से दो ग्रामीणों की मौत, चार घायल। घटना बांगो थाना क्षेत्र के ग्राम कोसगाई की, पुलिस ने जांच शुरू की, घायलों का अस्पताल में इलाज जारी।

मुख्य बिंदु:

  • आकाशीय बिजली गिरने से दो ग्रामीणों की मौत।
  • चार घायल, अस्पताल में इलाज जारी।
  • पुलिस ने जांच शुरू की।

    कोरबा। बेमौसम बारिश ने आम लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। रविवार को बांगो थाना क्षेत्र के ग्राम कोसगाई में बकरा-भात कार्यक्रम के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से दो ग्रामीणों की मौत हो गई, जबकि चार अन्य घायल हो गए। सभी बारिश से बचने के लिए एक पेड़ के नीचे खड़े थे, जब यह हादसा हुआ।

    यह घटना जिला मुख्यालय से लगभग 65 किलोमीटर दूर हुई। ग्राम सोनगुड़ा के एक यादव परिवार ने बकरा-भात कार्यक्रम आयोजित किया था, जिसमें करीब 50 लोग शामिल हुए। कार्यक्रम समाप्त होने के बाद सभी अपने घर लौटने की तैयारी कर रहे थे, तभी अचानक तेज आंधी-तूफान और बारिश शुरू हो गई। बिजली चमकने लगी, जिससे लोग सुरक्षित जगह की तलाश में इधर-उधर भागने लगे। कुछ गाड़ियों की ओर दौड़े, जबकि छह लोग एक पेड़ के नीचे खड़े हो गए।

    बारिश रुकने के बाद घायलों को अस्पताल ले जाया गया

    ग्राम निवासी फूलसिंह ने पुलिस को बताया कि पेड़ के नीचे खड़े छह लोगों पर तेज आवाज के साथ आकाशीय बिजली गिर गई। इस हादसे में शिवकुमार (27) निवासी कोरियाघाट-अजगरबहार और नंदलाल यादव (35) निवासी सोनगुड़ा की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चार अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद अफरा-तफरी मच गई।

    बारिश बंद होने के बाद घायलों को तुरंत जिला मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने शिवकुमार और नंदलाल को मृत घोषित कर दिया, जबकि अन्य चार घायलों का इलाज जारी है।

    पुलिस ने शुरू की जांच

    घटना की सूचना मिलते ही बांगो पुलिस और डायल-112 की टीम मौके पर पहुंच गई। एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। पिछले तीन दिनों से क्षेत्र में तेज आंधी और बारिश हो रही है। दो दिन पहले तेज आंधी के कारण निर्माणाधीन राइस मिल की 35 फीट ऊंची दीवार गिर गई थी, जिसमें दो मजदूरों की मौत हो गई थी।

    स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि खराब मौसम के दौरान सुरक्षित स्थान पर रहें और पेड़ों के नीचे शरण लेने से बचें।

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