भारतमाला प्रोजेक्ट घोटाला: छत्तीसगढ़ में ईओडब्ल्यू के 20 ठिकानों पर छापेमारी, 43 करोड़ की गड़बड़ी का खुलासा
छत्तीसगढ़ में भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत जमीन अधिग्रहण घोटाले में आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 20 स्थानों पर छापेमारी की। जांच में 43 करोड़ रुपये की अनियमितता और मुआवजा राशि में भारी गड़बड़ी का खुलासा हुआ है।

रायपुर (EOW Raid Chhattisgarh): भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत जमीन अधिग्रहण में हुए घोटाले को लेकर आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) ने शुक्रवार सुबह बड़ी कार्रवाई की शुरुआत की। ईओडब्ल्यू की टीमों ने एक साथ 17 से 20 अधिकारियों के ठिकानों पर छापेमारी की।
सूत्रों के मुताबिक, जमीन अधिग्रहण के दौरान किसानों को दी जाने वाली मुआवजा राशि में व्यापक स्तर पर गड़बड़ी की गई। अधिकारियों और दलालों की मिलीभगत से करोड़ों रुपये की बंदरबांट की गई, जिसकी कुल राशि लगभग 43 करोड़ रुपये आंकी जा रही है।
यह मामला विधानसभा में उठाए जाने के बाद ईओडब्ल्यू ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की थी। जांच में सामने आया कि सरकारी अधिकारियों ने साजिश के तहत मुआवजे की राशि में हेरफेर किया। इस मामले में अब तक कई अधिकारियों को निलंबित किया जा चुका है।
तात्कालिक एसडीएम निर्भय साहू और तहसीलदार शशिकांत कुर्रे के रायपुर स्थित आवासों पर ईओडब्ल्यू की टीम ने छापेमारी की। इसके अलावा अभनपुर, आरंग, दुर्ग और भिलाई में भी रेड की कार्रवाई जारी है। रेड की जद में राजस्व विभाग के एसडीएम, तहसीलदार, पटवारी और राजस्व निरीक्षक सहित कई अधिकारी शामिल हैं।