EOW की टीम पहुंची दशमेश बिल्डर्स के दफ्तर, दस्तावेजों की जांच जारी; आरोपी बिल्डर और तहसीलदार की पत्नी हैं कंपनी की साझेदार
भारतमाला परियोजना में 220 करोड़ के मुआवजा घोटाले की जांच के तहत EOW ने रायपुर स्थित दशमेश बिल्डर्स के दफ्तर पर की छापेमारी, दस्तावेजों की जांच जारी; आरोपी बिल्डर और तहसीलदार की पत्नी कंपनी में साझेदार.

रायपुर: छत्तीसगढ़ में भारतमाला परियोजना से जुड़े 220 करोड़ रुपये के मुआवजा घोटाले की जांच में आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) ने एक और बिल्डर के दफ्तर पर कार्रवाई की है। मंगलवार को EOW की टीम रायपुर के तेलीबांधा इलाके में स्थित दशमेश बिल्डर्स के कार्यालय पहुंची और दस्तावेजों की गहन जांच शुरू की।
दशमेश इंस्टावेंचर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में कई साझेदार हैं, जिनमें भावना कुर्रे और हाल ही में गिरफ्तार किए गए हरमीत सिंह खनूजा का नाम शामिल है। भावना कुर्रे अभनपुर के तत्कालीन तहसीलदार शशिकांत कुर्रे की पत्नी हैं। गौरतलब है कि 25 अप्रैल को इसी मामले में की गई छापेमारी के दौरान EOW ने दशमेश बिल्डर्स के ऑफिस को सील कर दिया था। अब उसी कार्यालय में दस्तावेजों की जांच जारी है।
इससे पहले 25 अप्रैल को ACB और EOW की संयुक्त टीम ने रायपुर और दुर्ग जिले सहित राज्य भर में लगभग 18 से 20 स्थानों पर एक साथ छापेमारी की थी। उस दिन दशमेश इंस्टावेंचर के कार्यालय में भी दबिश दी गई थी, लेकिन कार्यालय बंद होने के कारण उसे सील कर दिया गया था। अब दोबारा पहुंची EOW की टीम दफ्तर में मौजूद सभी दस्तावेजों की बारीकी से जांच कर रही है।