धर्म आस्था

मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है नारियल, जानें इसका धार्मिक महत्व और सरल उपाय

सनातन परंपरा में किसी भी काम का श्रीगणेश श्री फल को तोड़कर किया जाता है. हिंदू धर्म से जुड़े अधिकांश देवी-देवताओं की पूजा में नारियल का विशेष रूप से प्रयोग किया जाता है. नारियल को श्री या फिर कहें धन की देवी मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है, इसीलिए यह श्रीफल भी कहलाता है. शक्ति की साधना में तो विशेष रूप से नारियल देवी को अर्पित किया जाता है. हिंदू मान्यता के अनुसार शुभता और सौभाग्य का प्रतीक माने जाने वाले नारियल जीवन से जुड़े तमाम दु:खों को दूर करके सुख-समृद्धि प्रदान करने वाला है. आइए नारियल से जुड़े कुछ सरल सनातनी उपायों के बारे में जानते हैं. 

घर में कहां और कैसे रखें नारियल

हिंदू मान्यता के अनुसार घर के भीतर जिन शुभ एवं मंगलदायी चीजों के रहने पर व्यक्ति को सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होती है, उसमें नारियल प्रमुख है. ऐसे में यदि आपको हर समय पैसों की किल्लत बनी रहती है तो आप एक नारियल को लाल रंग के कपड़े में लपेटकर अपने धन स्थान पर इस प्रकार रखकर पूजा करें जिस पर किसी की नजर न जाने पाए.

नजर से बचाता है नारियल

धर्मशास्त्र के साथ ज्योतिष में भी नारियल के तमाम उपाय बताए गये हैं. ज्योतिष के अनुसार यदि आपको अथवा आपके घर और कारोबाद आदि को न चाहते हुए भी बार-बार नजर लग जाती है तो उससे बचने के लिए अपने घर या कार्यक्षेत्र के प्रवेश द्वार पर लाल रंग के कपड़े में नारियल लटकाएं. हिंदू मान्यता के अनुसार इस उपाय को करने पर घर अथवा कार्यस्थल पर नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश नहीं हो पाएगा और शुभता प्राप्त होगी. 

नारियल के ज्योतिष उपाय

हिंदू मान्यता के अनुसार नारियल से जुड़े तमाम तरह के ज्योतिष उपाय आप कभी भी किसी दिन कर सकते हैं लेकिन यदि कामना के अनुसार अनुसार नवग्रहों से संबंधित दिनों पर किया जाए तो उसकी शुभता का प्रतिशत बढ़ जाता है. हालांकि नारियल से जुड़े उपायों के लिए मंगलवार और शुक्रवार का दिन अत्यंत ही फलदायी माना गया है. 

महिलाओं को नारियल तोड़ने की है मनाही

हिंदू धर्म में किसी भी जानवर की बलि देने की बजाय नारियल को फोड़ने की परंपरा है, लेकिन इसे स्त्रियों द्वारा तोड़े जाने की मनाही है. इसके पीछे नारियल का बीज होना कारण माना जाता है. चूंकि महिलाएं बीज रूप में ही शिशु को गर्भ में धारण करती हैं, इसलिए इसे उनके द्वारा तोड़ना अशुभ माना जाता है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. )

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