ऐश्वर्या राय को दी कड़ी टक्कर, 600 करोड़ को ठुकराया, अंडरवर्ल्ड से लिया पंगा, 32 की उम्र में छोड़ी फिल्म इंडस्ट्री, फिर भी आज भी बोलती है तूती
बॉलीवुड की एक हीरोइन ने 600 करोड़ रुपये का ऑफर ठुकरा दिया, अंडरवर्ल्ड को दी चुनौती और 32 साल की उम्र में इंडस्ट्री को अलविदा ले लिया। अब इस हसीना की एक अलग पहचान बन चुकी है और वह जल्द ही बड़े पर्दे पर अपनी वापसी करने वाली हैं।

2000 के दशक की शुरुआत में जब ऐश्वर्या राय, रानी मुखर्जी और करीना कपूर बॉलीवुड की टॉप हीरोइन बनने की दौड़ में थीं, तब एक और नाम भी लगातार चर्चा में था और वह थी प्रीति जिंटा। भले ही वह उस समय सबसे ज्यादा कमाई करने वाली अभिनेत्री न रही हों, लेकिन उन्होंने बॉलीवुड की बड़ी हिट फिल्मों में काम किया और अपनी एक खास पहचान बनाई। प्रीति सिर्फ एक सफल अभिनेत्री ही नहीं, बल्कि साहस और सिद्धांतों की प्रतीक भी रहीं। वह उन चंद कलाकारों में से एक थीं जिन्होंने मुंबई अंडरवर्ल्ड के खिलाफ खुलकर आवाज उठाई।
अंडरवर्ल्ड के खिलाफ साहसिक कदम
साल 2001 में जब निर्माता भरत शाह को फिल्म ‘चोरी चोरी चुपके चुपके’ में अंडरवर्ल्ड फंडिंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया, तो प्रीति ने कोर्ट में गवाही दी और कहा कि उन्हें छोटा शकील के गैंग से धमकी भरे कॉल आए थे, जिसमें 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई थी। उन्होंने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया। इस साहसिक कदम के लिए उन्हें गॉडफ्रे फिलिप्स राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उसी समय, फिल्मकार शानदार अमरोही ने प्रीति को अपनी बेटी समान मानते हुए अपनी 600 करोड़ रुपये की संपत्ति उन्हें देने की इच्छा जताई, लेकिन प्रीति ने इसे विनम्रता से ठुकरा दिया।
अमरोही के बच्चों पर किया केस
अमरोही के इस प्रस्ताव को ठुकराए जाने के बाद वह आहत हुए और उन्होंने अपनी वसीयत में प्रीति का नाम न रखने का निर्णय लिया। दिलचस्प बात यह थी कि उनकी मृत्यु के बाद, प्रीति ने उनके बच्चों के खिलाफ 2 करोड़ रुपये के कर्ज को लेकर मुकदमा किया, जो उन्होंने अमरोही की चिकित्सा के लिए दिया था।
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फिल्मी करियर और अभिनय से दूरी
प्रीति ने 1997 में मणि रत्नम की फिल्म ‘दिल से’ से बॉलीवुड में कदम रखा और ‘क्या कहना’, ‘सोल्जर’, ‘दिल चाहता है’, ‘कोई मिल गया’, ‘कल हो ना हो’, ‘वीर ज़ारा’ और ‘कभी अलविदा ना कहना’ जैसी हिट फिल्मों से सफलता की ऊंचाइयों को छुआ। हालांकि 2007 के बाद उनका फिल्मी करियर धीमा हो गया। उन्होंने कुछ अंग्रेजी फिल्मों जैसे ‘द लास्ट लीयर’ और ‘हेवन ऑन अर्थ’ में काम किया, लेकिन फिर कैमियो भूमिकाओं के बाद अभिनय से दूरी बना ली। उस समय उनकी उम्र केवल 32 साल थी और वह फिर भी बॉलीवुड की टॉप स्टार्स में गिनी जाती थीं।
वापसी की कोशिश और आईपीएल में सक्रियता
2013-14 में उन्होंने ‘इश्क इन पेरिस’ और ‘हैप्पी एंडिंग’ जैसी फिल्मों से बॉलीवुड में वापसी की कोशिश की, लेकिन फिर उन्होंने एक बार फिर ब्रेक लिया। अब 2024 में वह फिल्म ‘लाहौर 1947’ के साथ बड़े पर्दे पर लौटने वाली हैं। इसके अलावा, प्रीति 2008 से आईपीएल टीम पंजाब किंग्स की सह-मालिक भी हैं और हर सीजन में टीम के मैचों में जोश के साथ नजर आती हैं। फिलहाल वह अपने विदेशी पति और दो बच्चों के साथ एक सुखमय जीवन बिता रही हैं और सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव हैं। उनके इंस्टाग्राम पर उनकी लाइफ की अपडेट्स अक्सर देखने को मिलती हैं।