CBI अधिकारी बनकर बुजुर्ग को 1 महीने तक रखा डिजिटल गिरफ्त में, 55 लाख की ठगी

भिलाई: देश और प्रदेश में ऑनलाइन स्कैम के मामले दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं। डिजिटल ठग लगातार नए-नए तरीकों से लोगों को ठगने के तरीके खोज रहे हैं। ये ठग खासतौर पर उन लोगों को निशाना बना रहे हैं, जिन्हें इंटरनेट और टेक्नोलॉजी की अधिक जानकारी नहीं होती। ऐसा ही एक मामला छत्तीसगढ़ के भिलाई से सामने आया है, जहां एक बुजुर्ग को “डिजिटल अरेस्ट” में रखकर करीब 55 लाख रुपये की ठगी की गई।
एक महीने तक वीडियो कॉल पर रखा कंट्रोल में
मिली जानकारी के अनुसार, ठगों ने खुद को फर्जी CBI अधिकारी बताकर एक बुजुर्ग को वीडियो कॉल के जरिए डराया और ठगा। उन्होंने बुजुर्ग को बताया कि उनका बैंक खाता दो करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग में इस्तेमाल हुआ है और मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच चुका है। गिरफ्तारी का डर दिखाकर ठगों ने उनसे 54 लाख 90 हजार रुपये वसूल लिए। बुजुर्ग को करीब एक महीने तक लगातार वीडियो कॉल पर “डिजिटल अरेस्ट” में रखा गया।
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
29 अप्रैल को श्याम चंद्राकर नामक बुजुर्ग को एक व्हाट्सएप वीडियो कॉल आया, जिसमें कॉलर ने खुद को CBI मुंबई कार्यालय से जुड़ा बताया। उसने कहा कि जांच में सामने आया है कि मुंबई का एक व्यक्ति नरेश गोयल, केनरा बैंक का एक खाता चला रहा है, जो श्याम चंद्राकर से पांच लाख में खरीदा गया था। इस खाते से दो करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग हुई है। खुद को निर्दोष साबित करने और गिरफ्तारी से बचने के लिए बुजुर्ग से पैसों की मांग की गई। डर के कारण उन्होंने ठगों की बात मान ली और 54.9 लाख रुपये गवां दिए।
सावधानी ही सुरक्षा है
सरकार और प्रशासन साइबर क्राइम को रोकने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद ऐसे मामलों में कमी नहीं आ रही। यह एक गंभीर चिंता का विषय है। इंटरनेट का उपयोग करने वाले सभी लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है, ताकि वे इस तरह की ठगी से खुद को और अपनी मेहनत की कमाई को सुरक्षित रख सकें।