गढ़चिरौली: सुरक्षाबलों ने माओवादियों का कैंप किया ध्वस्त, राइफल और डेटोनेटर समेत हथियारों का जखीरा बरामद
गढ़चिरौली में सी-60 के 200 कमांडो ने माओवादियों के कैंप पर बड़ी कार्रवाई करते हुए उसे ध्वस्त कर दिया, जहां से भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद हुए हैं। मुठभेड़ में कुछ माओवादियों के मारे जाने की आशंका जताई जा रही है। वहीं, सुकमा जिले में 14 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है, जिनमें आठ इनामी शामिल हैं।

राजनांदगांव।
छत्तीसगढ़ की सीमा से सटे महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में रविवार को सुरक्षाबलों ने माओवादियों के गढ़ में बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। माओवादी विरोधी अभियानों में दक्ष सी-60 बल के करीब 200 कमांडो ने इटापल्ली तालुका के गट्टा क्षेत्र में घुसकर एक माओवादी कैंप को ध्वस्त कर दिया।
इस ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली। मौके से भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक सामग्री बरामद की गई, जिनमें इंसास राइफल, सिंगल शॉट राइफल, मैगजीन, डेटोनेटर, रेडियो सेट, तीन पिट्ठू बैग, दो वॉकी-टॉकी सेट और चार्जर, माओवादी पर्चे व साहित्य शामिल हैं। जानकारी के मुताबिक माओवादी किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की तैयारी में थे।
हालांकि, ऑपरेशन के दौरान कोई शव बरामद नहीं हुआ है, लेकिन मुठभेड़ में कुछ माओवादियों के मारे जाने की आशंका जताई जा रही है। गढ़चिरौली के पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल ने बताया कि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एम. रामेस के नेतृत्व में भामरागढ़ दलम के माओवादियों की मौजूदगी की सूचना पर यह संयुक्त कार्रवाई की गई।
करीब दो घंटे तक चले इस अभियान में अबूझमाड़ के घने और बारूदी सुरंगों से भरे जंगलों में सुरक्षाबलों ने माओवादियों को तीन अलग-अलग स्थानों पर घेरकर मुठभेड़ की। संभावना है कि मारे गए माओवादियों के शव उनके साथी लेकर फरार हो गए। फिलहाल इलाके में सघन सर्च ऑपरेशन जारी है।
सुकमा में आत्मसमर्पण की लहर: आठ इनामी समेत 14 माओवादी ने छोड़ा हिंसा का रास्ता
इधर, छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में मंगलवार को एक और सकारात्मक पहल देखने को मिली, जब 16 लाख रुपये के इनामी आठ माओवादियों सहित कुल 14 माओवादियों ने आत्मसमर्पण कर दिया। आत्मसमर्पण करने वालों में पांच महिलाएं भी शामिल हैं।
पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण ने बताया कि बस्तर के दूर-दराज इलाकों में सुरक्षा कैंपों की स्थापना और तेजी से हो रहे विकास कार्यों ने माओवादियों को मुख्यधारा से जुड़ने के लिए प्रेरित किया है। उन्होंने बताया कि बेहतर भविष्य की चाह और हिंसा से ऊब ही आत्मसमर्पण की मुख्य वजह बनी है।