
रायपुर: ‘संवाद से समाधान’ की थीम पर आधारित सुशासन तिहार 2025 के तीसरे चरण का आज दूसरा दिन रहा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बेमेतरा जिले के ग्राम सहसपुर का आकस्मिक दौरा किया। गांव पहुंचते ही ग्रामीणों ने उनका पारंपरिक स्वागत किया—फूल-मालाओं से और आरती उतारकर। गांव के बरगद पेड़ के नीचे सीएम साय ने चौपाल लगाई और खाट पर बैठकर ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं। उन्होंने योजनाओं पर फीडबैक लिया और मौके पर ही कुछ मामलों में समाधान भी किया।
मुख्यमंत्री के सहसपुर दौरे से पहले वे कवर्धा के फणिनागवंशी राजाओं द्वारा 13वीं-14वीं शताब्दी में निर्मित प्राचीन शिव मंदिर के दर्शन के लिए भी पहुंचे। इस मंदिर के ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए मुख्यमंत्री ने इसके सौंदर्यीकरण की भी घोषणा की।
सीएम साय की प्रमुख घोषणाएं:
- सहसपुर के हायर सेकेंडरी स्कूल के लिए नए भवन की स्वीकृति
- प्राचीन शिव मंदिर व हनुमान मंदिर परिसर के सौंदर्यीकरण की घोषणा
- 33 केवी विद्युत सब-स्टेशन की स्थापना
सीएम साय ने प्राचीन विरासत को नमन किया
ग्राम सहसपुर के ऐतिहासिक मंदिरों का दौरा करते हुए मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों के सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना की। नागर शैली में बने ये मंदिर छत्तीसगढ़ की प्राचीन धार्मिक परंपरा और समृद्ध वास्तुकला के प्रतीक हैं। सोलह स्तंभों पर टिका शिव मंदिर और आठ स्तंभों वाला हनुमान मंदिर आज भी गौरवशाली अतीत की गवाही देते हैं।
‘सुशासन तिहार’ की खास पहल
5 मई से शुरू हुए ‘सुशासन तिहार’ के तीसरे चरण के तहत मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय 31 मई तक बिना पूर्व सूचना के राज्य के विभिन्न जिलों और गांवों में अचानक दौरा करेंगे। इस अभियान का उद्देश्य है सीधे ग्रामीणों से संवाद कर योजनाओं का फीडबैक लेना और मौके पर ही समाधान देना। इस दौरान वे समाधान शिविरों में भाग लेकर आमजन की समस्याओं को प्राथमिकता से हल करने का प्रयास करेंगे।
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