
पहलगाम आतंकी हमले में शामिल आतंकियों को अब तक पकड़ने में असफलता, चीन-पाकिस्तान गठजोड़ की चुनौतियां और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बार-बार भारत-पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता की कोशिशों को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर कड़े सवाल उठाए हैं। कांग्रेस ने सरकार की नीति और कार्रवाइयों पर तीखी आलोचना शुरू कर दी है।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने पीएम मोदी के बीकानेर में दिए गए भाषण पर सबसे तेज हमला किया। उन्होंने पीएम से सवाल किया कि उनका खून केवल कैमरे के सामने ही क्यों खौलता है? राहुल गांधी ने कहा, “मोदी जी, हल्के-फुल्के भाषण देना बंद करें। आपने भारत के सम्मान के साथ समझौता किया है। ट्रंप के सामने झुककर देश के हितों का त्याग क्यों किया? आतंकवाद पर पाकिस्तान के बयान पर भरोसा क्यों किया?”
कांग्रेस के संचार महासचिव जयराम रमेश ने भी पीएम के भाषण पर कटाक्ष किया और कहा कि प्रधानमंत्री बार-बार खोखले डायलॉग देते रहते हैं, जबकि देश गंभीर सवालों का जवाब चाहता है। उन्होंने कहा कि पहलगाम में पाकिस्तान समर्थित आतंकी हमले को एक महीना बीत चुका है, लेकिन असली दोषी अब भी खुले घूम रहे हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार यही आतंकी गिरोह पिछले साल दिसंबर में पुंछ और इस साल अक्टूबर में गगनगीर व गुलमर्ग में हुए हमलों में भी शामिल था।
जयराम ने सवाल किया कि इतने खतरनाक हत्यारे 18 महीने से खुले क्यों घूम रहे हैं? उन्होंने पीएम से पूछा कि पहलगाम हमले के बाद हुई सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री शामिल क्यों नहीं हुए और अब तक कोई सर्वदलीय बैठक क्यों नहीं बुलाई गई? उन्होंने भारत के कब्जे वाले गुलाम कश्मीर को भारत का हिस्सा बताने वाले 1994 के संसद प्रस्ताव को दोहराने और चीन-पाकिस्तान गठजोड़ के मद्देनजर संसद का विशेष सत्र बुलाने की भी मांग की।
इसके अलावा, जयराम रमेश ने भारत-पाकिस्तान के बीच अमेरिकी मध्यस्थता पर पीएम मोदी की चुप्पी पर भी सवाल उठाया। उन्होंने बताया कि ट्रंप ने पिछले 11 दिनों में आठ बार युद्धविराम का श्रेय खुद लिया है, लेकिन सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं मिला।