इस बार भड़ली नवमी में नहीं कर पाएंगे मांगलिक कार्य

भड़ली नवमी आषाढ़ मास की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाई जाती है, इस गुप्त नवरात्रि की नवमी पूजन भी होता है. हिन्दू धर्म में इस तिथि को अबूझ मुहूर्त माना जाता है. यानी भाड़ली नवमी को आप बिना मुहूर्त देखे विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन जैसे मांगलिक कार्य कर सकते हैं. बहुत शुभ माना जाता है. आपको बता दें कि भाड़ली नवमी चातुर्मास शुरू होने से पहले आखिरी शुभ मुहूर्त होता है जिसमें आप शुभ कार्य कर सकते हैं, लेकिन इस बार ग्रहों की चाल कुछ ऐसी है कि आप भाड़ली नवमी को शुभ काम नहीं कर पाएंगे.
क्यों नहीं होगा भाड़ली नवमी पर शुभ काम
इस बार गुरु अस्त होने के कारण शादी-विवाह नहीं हो पाएंगे.दरअसल, विवाह के कारक ग्रह गुरु मिथुन राशि में अस्त चल रहे हैं. कहा जाता है विवाह के लिए गुरु का अस्त होना अच्छा नहीं माना जाता है. इससे शादी के बाद दांपत्य जीवन में कई तरह की परेशानी होती है. हालांकि, विवाह के अलावा इस दिन आप अन्य मांगलिक कार्य कर सकते हैं.
कब है भाड़ली नवमी –
इस साल भाड़ली नवमी 4 जुलाई 2025 शुक्रवार के दिन है. वहीं, 5 जुलाई को देवशयनी एकादशी मनाई जाएगी. इसके बाद से देवउठनी एकादशी तक कोई भी मांगलिक कार्य नहीं होंगे.
गुरु तारा कब होगा उदय 2025 –
गुरु ग्रह 9 जुलाई को सुबह 4 बजकर 40 मिनट पर उदित होंगे. गुरु के उदित होने से सभी राशियों को लाभ होने वाला है. नौकरी और कारोबार के लिहाज से अच्छा साबित होगा.गुरु उदित होने के कारण वैवाहिक जीवन खुशहाल होगा. आपको बता दें कि साल में 2 बार अबूझ मुहूर्त पड़ता है, जिसमें बिना मुहूर्त देखे कोई भी शुभ काम कर सकते हैं.
आपको बता दें कि जब भी कोई ग्रह शुभ अवस्था में होता है तो फिर उसका प्रभाव राशियों पर बहुत अच्छा पड़ता है. गुरु के उदय होने के कारण वृषभ, कुंभ, कर्क, मिथुन और धनु राशि के लिए अच्छा साबित होगा,
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. )