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कितने मुखी होते हैं रुद्राक्ष, जानिए किसे पहनने से मिलता है क्या लाभ

सावन का महीना शिव भक्ति के लिए होता है. इस समय भोलेनाथ के भक्त अपने आराध्य भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए तरह-तरह के उपाय करते हैं, जैसे सोमवार का उपवास और रुद्राभिषेक. इसके साथ ही सावन में कुछ भक्त रुद्राक्ष भी धारण करते हैं. मान्यता है रुद्राक्ष शिव के पसीने से उत्पन्न हुआ है. यही कारण है इसे लोग गले में पहनते हैं और माला जप भी करते हैं. आपको बता दें कि रुद्राक्ष भी कई प्रकार के होते हैं. आज इस लेख में रुद्राक्ष कितने प्रकार के होते हैं और इन्हें धारण करने के क्या लाभ हैं, आइए जानते हैं…

रुद्राक्ष के प्रकार और लाभ – Types and benefits of Rudraksha

  • मान्यता है 1 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से मानसिक शांति और मोक्ष मिलता है. 
  • 4 मुखी रुद्राक्ष पहनने से धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की प्राप्ति होती है. साथ ही बुध ग्रह के दोषों का निवारण होता है.
  • पांच मुखी रुद्राक्ष धारण करने से बृहस्पति के दोष दूर होता है. 
  • छः मुखी रुद्राक्ष करने से शुक्र ग्रह के दोषों का निवारण होता है. 
  • सात मुखी रुद्राक्ष धारण करने से आरोग्य मिलता है और शनि दोष दूर होता है. 
  • आठ मुखी रुद्राक्ष  राहु के दोषों का निवारण करता है.
  • मान्यता है नौ मुखी रुद्राक्ष केतु ग्रह द्वारा जनित फेफड़े, ज्वर, नेत्र, उदर, फोड़े-फुंसी रोगों को दूर करता है.
  • दस मुखी रुद्राक्ष समस्त ग्रहों द्वारा उत्पन्न कष्टों का निवारण करता है.
  • ग्यारह मुखी रुद्राक्ष पहनने से कष्टों और रोग-शोक का निवारण होता है.
  • बारह मुखी रुद्राक्ष दुख, निराशा, कुंठा, पीड़ा और दुर्भाग्य दूर करते हैं.
  • तेरह मुखी रुद्राक्ष धारण करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है.
  • चौदह मुखी रुद्राक्ष जीवन में आने वाली बाधाओं को दूर करता है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. )

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