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Chaitra Amavasya: सूर्य ग्रहण और शनि गोचर के संयोग से बढ़ेगी 3 राशियों की चिंता, इन उपायों से मिलेगी राहत

Chaitra Amavasya 2025: 29 मार्च को अमावस्या के साथ सूर्य ग्रहण और शनि गोचर का संयोग, इन राशियों को रहना होगा सतर्क

Chaitra Amavasya 2025: सूर्य ग्रहण और शनि गोचर का प्रभाव, इन 3 राशियों को रहना होगा सतर्क

हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि को विशेष महत्व दिया जाता है। इस दिन दान-पुण्य करने से देवी-देवताओं और पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। 29 मार्च 2025 को चैत्र अमावस्या के दिन सूर्य ग्रहण और शनि गोचर का दुर्लभ संयोग बनने जा रहा है। साथ ही, इस दिन मीन राशि में 6 ग्रहों की युति भी होगी, जिससे कुछ राशियों को विशेष सावधानी बरतनी होगी। खासकर, तीन राशियों के लिए यह समय धन और करियर से जुड़ी चुनौतियों को लेकर कठिन साबित हो सकता है। आइए जानते हैं किन राशियों को सतर्क रहना चाहिए और उनके लिए कौन से उपाय लाभकारी होंगे।

मेष राशि

मेष राशि के द्वादश भाव में सूर्य ग्रहण लगेगा और इसी भाव में शनि का गोचर भी होगा। ज्योतिष में द्वादश भाव को हानि का भाव माना जाता है, जिससे आर्थिक मामलों में सतर्क रहने की आवश्यकता होगी। इस दौरान कोई आपसे उधार मांग सकता है, लेकिन धन देने से पहले सावधानी बरतें। करियर में भी चुनौतियां आ सकती हैं, और ऑफिस की राजनीति से दूर रहना फायदेमंद रहेगा। इस नकारात्मक प्रभाव को कम करने के लिए महामृत्युंजय मंत्र का जप करना शुभ रहेगा।

सिंह राशि

सिंह राशि के अष्टम भाव में सूर्य ग्रहण का प्रभाव पड़ेगा, जिससे मानसिक तनाव बढ़ सकता है। बेवजह की चिंताओं से घिरे रह सकते हैं, और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं पर धन खर्च होने की संभावना है। आर्थिक स्थिति में अस्थिरता आ सकती है, इसलिए वित्तीय फैसले सोच-समझकर लें। साथ ही, गलत संगति से बचें, क्योंकि यह समय की बर्बादी कर सकता है। इस स्थिति से बचने के लिए गेहूं और गुड़ का दान करना शुभ रहेगा।

तुला राशि

तुला राशि के छठे भाव में सूर्य ग्रहण और 6 ग्रहों की युति होगी, जिससे आय के स्रोतों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। व्यापारियों के लिए यह समय चुनौतीपूर्ण हो सकता है, क्योंकि कोई महत्वपूर्ण डील हाथ से निकल सकती है। साथ ही, विरोधी सक्रिय रह सकते हैं और आपके कार्यों में रुकावट डालने का प्रयास कर सकते हैं। स्वास्थ्य को लेकर भी विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होगी। हालांकि, 14 अप्रैल के बाद स्थिति में सुधार आएगा। इस अवधि में माता लक्ष्मी की पूजा करना लाभकारी रहेगा।

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