क्रेडिट कार्ड: सहूलियत या फांस? जानिए कैसे करें समझदारी से इस्तेमाल
यदि आप अपनी लिमिट का 30 प्रतिशत से अधिक उपयोग करते हैं, तो आपका क्रेडिट स्कोर स्थिर हो सकता है या नकारात्मक रूप से प्रभावित हो सकता है।

आजकल नौकरीपेशा लोगों को अक्सर क्रेडिट कार्ड कंपनियों से आकर्षक ऑफर्स के फोन मिलते रहते हैं। खासकर युवाओं में क्रेडिट कार्ड का क्रेज तेजी से बढ़ा है क्योंकि यह खरीदारी में आजादी देता है। ऑनलाइन हो या ऑफलाइन शॉपिंग, लोग इसका खूब इस्तेमाल कर रहे हैं। यहां तक कि यूटिलिटी बिल और थर्ड पार्टी ऐप्स के जरिए खुद को हाउस रेंट या अन्य भुगतान के नाम पर भी पैसे ट्रांसफर कर रहे हैं।
लेकिन यह सुविधा कई बार कर्ज के जाल में फंसने का कारण बन जाती है। लगातार बड़ी खरीदारी और खुद को पैसे ट्रांसफर करने की आदत कर्ज बढ़ाती है, जिससे कई बार क्रेडिट कार्ड का बिल चुकाने के लिए पर्सनल लोन लेना पड़ता है और क्रेडिट स्कोर खराब हो जाता है।
जानकार बताते हैं कि क्रेडिट कार्ड लिमिट का केवल 10 से 15 प्रतिशत खर्च करना सही रहता है। यदि 30 प्रतिशत से अधिक लिमिट इस्तेमाल की जाए तो क्रेडिट स्कोर प्रभावित हो सकता है। उदाहरण के लिए, यदि आपकी क्रेडिट लिमिट 1.5 लाख रुपये है तो महीने में 45 हजार रुपये से ज्यादा खर्च न करें। साथ ही अपने क्रेडिट स्कोर पर नजर रखना जरूरी है क्योंकि पुराने क्रेडिट कार्ड बंद करने से भी स्कोर खराब हो सकता है, खासकर जब लंबे समय से क्रेडिट मैनेजमेंट न हो।
इसलिए, क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल सोच-समझकर करें। खर्च नियंत्रित रखें और बिल समय पर चुकाएं ताकि कर्ज के जाल में फंसने से बच सकें और क्रेडिट स्कोर अच्छा बनाए रखें। क्रेडिट कार्ड एक उपयोगी वित्तीय उपकरण है, लेकिन इसका सही उपयोग बेहद जरूरी है।