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भारत के फैसले से तुर्की की सेलेबी में संकट, मदद के लिए पहुंचा कोर्ट का दरवाजा

तुर्की की कंपनी मुंबई, दिल्ली, कोचीन, कन्नूर, बेंगलुरु, हैदराबाद, गोवा, अहमदाबाद और चेन्नई एयरपोर्ट पर सेवाएं देती है।

तुर्की की कंपनी सेलेबी एयरपोर्ट सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने बीसीएएस द्वारा ‘राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में’ सुरक्षा मंजूरी रद्द करने के फैसले के खिलाफ दिल्ली उच्च न्यायालय का रुख किया है। यह फैसला ऐसे समय आया है जब तुर्की ने पाकिस्तान का समर्थन किया और भारत के आतंकवादी ठिकानों पर हमलों की निंदा की। पाकिस्तान ने भारत के साथ सैन्य संघर्ष में बड़े पैमाने पर तुर्की के ड्रोन का भी इस्तेमाल किया था।

भारत में 15 वर्षों से सक्रिय, सेलेबी भारतीय विमानन क्षेत्र में काम कर रही है और इसमें 10,000 से अधिक कर्मचारी हैं। कंपनी नौ प्रमुख हवाई अड्डों पर सेवाएं प्रदान करती है। नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस) ने आदेश जारी कर कहा कि ‘राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में’ कंपनी की सुरक्षा मंजूरी तत्काल प्रभाव से रद्द की जाती है। नवंबर 2022 में सेलेबी की सुरक्षा मंजूरी दी गई थी। कंपनी के अनुसार, वह भारत में सालाना लगभग 58,000 उड़ानों और 5,40,000 टन माल की ढुलाई करती है।

सेलेबी मुंबई, दिल्ली, कोचीन, कन्नूर, बेंगलुरु, हैदराबाद, गोवा, अहमदाबाद और चेन्नई एयरपोर्ट पर सेवाएं देती है। कंपनी ने बयान में कहा कि वे भारतीय विमानन नियमों, राष्ट्रीय सुरक्षा और कर नियमों का पूरी तरह पालन करती है और देश के विमानन क्षेत्र के प्रति अपनी दीर्घकालिक प्रतिबद्धता बरकरार रखती है।

इसके अलावा, दिल्ली हवाई अड्डा संचालक कंपनी DIAL ने भी इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर जमीनी रखरखाव और माल ढुलाई के लिए सेलेबी की यूनिट्स के साथ अपना समझौता औपचारिक रूप से समाप्त कर दिया है। सेलेबी एयरपोर्ट सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और सेलेबी दिल्ली कार्गो टर्मिनल मैनेजमेंट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड क्रमशः इन कार्यों को संभाल रही थीं।

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