ट्राई के दिसंबर तीसरी के आंकड़ों के अनुसार, टेलीकॉम कंपनियों का ग्रॉस रेवेन्यू 14.07% बढ़कर 96,390 करोड़ रुपये पहुंचा
अक्टूबर-दिसंबर 2024 के दौरान भारतीय टेलीकॉम कंपनियों का समायोजित सकल राजस्व (AGR) सालाना 14.89% बढ़कर 77,934 करोड़ रुपये पहुंचा।

टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने गुरुवार को टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स के रेवेन्यू के आंकड़े जारी किए। वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर 2024) में टेलीकॉम कंपनियों का ग्रॉस रेवेन्यू 14.07 प्रतिशत की सालाना वृद्धि के साथ 96,390 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछली तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर 2023) में यह 84,500 करोड़ रुपये था।
टेलीकॉम कंपनियों के समायोजित सकल राजस्व (AGR) में भी 14.89 प्रतिशत की सालाना वृद्धि दर्ज की गई, जो तीसरी तिमाही में 77,934 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जबकि एक साल पहले यह 67,835 करोड़ रुपये था।
रिलायंस जियो ने 28,542.76 करोड़ रुपये के AGR के साथ पहले स्थान पर रहते हुए सबसे ज्यादा वृद्धि हासिल की। वहीं, भारती एयरटेल का AGR सालाना आधार पर 27.31 प्रतिशत बढ़ा, जो रिलायंस जियो की 14.8 प्रतिशत वृद्धि से लगभग दोगुना था। एयरटेल ने 26,073.7 करोड़ रुपये का AGR दर्ज किया।
वोडाफोन आइडिया का AGR सालाना आधार पर 6.69 प्रतिशत बढ़कर 7,958.46 करोड़ रुपये रहा, जबकि सरकारी टेलीकॉम कंपनी बीएसएनएल का AGR 13.95 प्रतिशत बढ़कर 2,292.47 करोड़ रुपये हो गया। इस दौरान सरकार को टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स से लाइसेंस फीस में 14.75 प्रतिशत का इजाफा हुआ, जो बढ़कर 6,234 करोड़ रुपये हो गया, जबकि स्पेक्ट्रम उपयोग शुल्क में 17 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ यह 989 करोड़ रुपये रहा।