पेट्रोल पंप बिजनेस में कैसे होती है कमाई? जानिए ओनर को प्रति लीटर कितना मिलता है कमीशन
पेट्रोल पंप डीलरशिप में कमीशन लोकेशन और एजेंसी के अनुसार बदलता है, साथ ही अतिरिक्त सेवाओं से कमाई बढ़ाने के भी अवसर होते हैं।

पेट्रोल पंप के मालिक की कमाई मुख्य रूप से प्रति लीटर मिलने वाले मार्जिन या कमीशन से होती है। हर लीटर पेट्रोल या डीजल पर एक निश्चित कमीशन तय होता है, जो ओनर की आय का प्रमुख स्रोत होता है। यदि पेट्रोल पंप अच्छी लोकेशन पर हो और बिक्री अधिक हो, तो यह बिजनेस काफी लाभकारी साबित हो सकता है। कमीशन की दर लोकेशन और एजेंसी के अनुसार बदलती रहती है। पेट्रोल और डीजल की प्रति लीटर बिक्री कीमत का लगभग आधा हिस्सा टैक्स, कमीशन और अन्य शुल्क में जाता है।
कमाई का तरीका:
पेट्रोल पंप की कमाई हर लीटर ईंधन पर मिलने वाले कमीशन से होती है। सामान्यतः पेट्रोल पर ₹1.5 से ₹3 प्रति लीटर और डीजल पर ₹2 से ₹3 प्रति लीटर का मार्जिन रहता है। उदाहरण के तौर पर, एक औसत शहरी पेट्रोल पंप रोजाना 10,000 से 20,000 लीटर तक ईंधन बेच सकता है, जिससे रोजाना ₹15,000 से ₹60,000 तक की आमदनी हो सकती है। ग्रामीण इलाकों में बिक्री कम होती है, लेकिन सही रणनीति के साथ वहां भी अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है।
अतिरिक्त आय के स्रोत:
अधिक कमाई के लिए पेट्रोल पंप मालिक अतिरिक्त सेवाएं भी देते हैं। इसमें सुविधा स्टोर, स्नैक्स, पेय पदार्थ, ऑटोमोटिव एक्सेसरी, कार वॉश, टायर सेवाएं और छोटी-मोटी वाहन मरम्मत जैसी सुविधाएं शामिल हैं।
पेट्रोल पंप खोलने की लागत:
ग्रामीण इलाकों में पेट्रोल पंप खोलने के लिए लगभग 15 से 20 लाख रुपये की जरूरत होती है, जबकि शहरी क्षेत्रों में निवेश की राशि 30 से 35 लाख रुपये तक हो सकती है (यदि जमीन स्वयं की हो)। यह आंकड़े paisabazaar की जानकारी पर आधारित हैं।